Nafrat Ki Aag Shayari In Hindi | नफरत की आग शायरी 2023

दोस्तो, आज हमने आपके लिए nafrat ki aag shayari in hindi का एक बेहद खूबसूरत लेख लिखा है, जो टूटे दिल की दास्तान बता रहा है, और जिसने दिल तोड़ा उसके प्रति नफरत की आग को लब्जों से बयान कर रहा है, जी आपको बहुत ज्यादा पसंद आनेवाला है।

दो दिलों का जुड़ना इत्तेफाक ही होता है, और तोड़ना किसी के हाथ मे होता है, लेकिन प्यार किया तो पूरा क्यों नही करते लोग, अधूरा प्यार करके किसी का दिल क्यों दुखाते है, शायद अधूरा प्यार ही नफरत में तब्दील हो जाता है और फिर दिल मे नफरत की आग लग जाती है।

आज ये shayari nafrat ki का लेख हमने इसलिए लिखा है कि, जब भी आप किसी से नफरत करते हो तो आपका ही नुकसान होता है दूसरे का नही, और आप जब भी कुछ करने का सोचोगे तो ये नफरत हमेशा आपके साथ रहेगी, तो नफरत छोड़ के सिर्फ खुद से प्यार करना सीखो और हर इंसान को प्यार की नज़र से देखो, नफरत का अंत होना निश्चित है।

Nafrat ki aag shayari

 

आग नफ़रत की ऐसी लगी मेरे दिल में,

की मै खुद भी बुझा नहीं सका उसे,

शायद प्यार मेरा पेट्रोल था,

और नफरत माचिस की काड़ी।

 

Aag nafrat ki aisi lagi mere dil me,

Ki mai khud bhi bujha nahi saka use,

Shayad pyar mera petrol tha,

Aur nafrat machis ki kadi..!

 

कमाल करते हो तुम जाना,

प्यार तो करती हो मुझसे,

पर आँखों से वार किसी और पर करती हो।

 

Kamal karte ho tum jana,

Pyar to karti ho mujhse,

Par aankhon se war kisi aur par karti ho..!

 

नफरत क्या होती है,

ये मैंने तुझसे ही तो सीखा है,

किसी को धोका देने से पहले,

उसके साथ बेवजह लड़ना,

मैंने तुझसे ही तो सीखा है।

 

Nafrat kya hoti hai,

Ye maine tujhse hi to sikha hai,

Kisi ko dhoka dene se pehle,

Uske sath bewajah ladna,

Maine tujhse hi to sikha hai..!

 

लोग प्यार तो कर लेते है,

लेकिन प्यार का इम्तिहान देने की बारी जब आती है,

उस वक़्त हर कोई अपनी मजबूरी बताकर,

प्यार को तोड़ देता है,

क्या ये सच में प्यार होता है।

 

Log pyar to kar lete hai,

Lekin pyar ka imtehan dene ki bari jab aati hai,

Us waqt har koi apni majboori batakar,

Pyar ko tod deta hai,

Kya ye sach me pyar hota hai..!

 

Best Nafrat ki aag shayari

 

झूट का सहारा लिया था मैंने भी,

उससे प्यार करने के लिए,

पर जिस दिन उसे सच्चाई बताई,

छोड़ के चली गयी मुझे,

इसीलिए बोलते है सच कड़वा होता है।

 

Jhoot ka sahara liya tha maine bhi,

Usse pyar karne ke liye,

Par jis din use sachhai batai,

Chhod ke chali gayi mujhe,

Isiliye bolte hai sach kadwa hota hai..!

 

जब भी तुम्हे देखता हु मै,

तो नफरत मेरी और बढ़ जाती है तुम्हारे लिए,

जा फिर भी खुश रह तू,

भगवान से बस यही दुआ करता हु मै तेरे लिए।

 

Jab bhi tumhe dekhta hu mai,

To nafrat meri aur badh jaati hai tumhare liye,

Ja phir bhi khush reh tu,

Bhagwan se bas yahi dua karta hu mai tere liye..!

 

दिल टूटने का दर्द क्या होता है,

ये सिर्फ प्यार में धोखा खाने वाले ही समझते है,

धोका देने वाले तो किसी पैसे वाले से शादी कर लेते है।

 

Dil tutne ka dard kya hota hai,

Ye sirf pyar me dhoka khane Wale hi samjhte hai,

Dhoka dene wale to kisi paise Wale se shadi kar lete hai..!

 

नफरत तो है तुमसे बहुत,

पर प्यार भी उतना ही हम तुमसे करते है,

तुम किस पर मरते हो पता नहीं मुझे,

लेकिन हम सिर्फ तुम पर ही मरते है।

 

Nafrat to hai tumse bahut,

Par pyar bhi utna hi hum tumse karte hai,

Tum kis par Marte ho pata nahi mujhe,

Lekin hum sirf tum par hi marte hai..!

 

Nafrat ki aag quotes 

 

कितना भोला था मै,

की तेरे प्यार में गिर गया,

तेरा काम होने के बाद,

तूने मुझे अकेला छोड़ दिया।

 

Kitna bhola tha mai,

Ki tere pyar me gir gaya,

Tera kaam hone ke baad,

Tune mujhe akela chhod diya..!

 

प्यार को निभाओ तो पूरा निभाओ,

चाहे कुछ भी हो जाये,

क्यूंकि प्यार अधूरा करोगे,

तो प्यार को नफ़रत में बदलने के लिए देर नहीं लगती।

 

Pyar ko nibhao to pura nibhao,

Chahe kuch bhi ho jaye,

Kyunki pyar adhura karoge,

To pyar ko nafrat me badalne ke liye der nahi lagti..!

 

नफरत तभी होती है किसीसे,

जब कोई अपना ही धोखा दे जाये,

प्यार करते करते नफरत की आग में फेंक जाये।

 

Nafrat tabhi hoti hai kisise,

Jab koi apna hi dhoka de jaye,

Pyar karte karte nafrat ki aag me fek jaye..!

 

जिससे प्यार किया होता है,

अगर वो हमे किसी कारण से अपने से दूर कर दे,

और कहे कि अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रह सकती,

तभी नफरत की आग का आरम्भ होता है।

 

Jisse pyar kiya hota hai,

Agar wo hume kisi karan se apne se door kar de,

Aur kahe ki ab mai tumhare sath nahi reh sakti,

Tabhi nafrat ki aag ka arambh hota hai..!

 

नफरत की आग शायरी इन हिंदी

 

अकेला बैठा हु उसकी यादें लेकर,

न वो रही मेरे पास न पैसे,

अब बताओ न कोई मुझे,

मैं उसके बिना जीऊंगा अब कैसे।

 

Akela baitha hu uski yadein lekar,

Na wo rahi mere paas na paise,

Ab batao na koi mujhe,

Mai uske bina jiunga ab kaise..!

 

नफरत तो दिमाग में थी मेरे,

बस तेरे लिए,

लेकिन प्यार अभी भी है दिल में,

सिर्फ तेरे लिए।

 

Nafrat to dimag me thi mere,

Bas tere liye,

Lekin pyar abhi bhi hai dil me,

Sirf tere liye..!

 

एक छोटी सी गलती हुई,

और तुम मुझे छोड़ कर चली गयी,

प्यार इतना करती थी तुम मुझसे,

तो मेरे पास आकर समझाती मुझे।

 

Ek chhoti si galti hui,

Aur tum mujhe chhod kar chali gayi,

Pyar itna karti thi tum mujhse,

To mere paas aakar samjhati mujhe..!

 

आज अकेला हु पर खुश हु मै,

लेकिन जब भी उसे याद करता हु,

तो खुद से ही नफरत हो जाती है मुझे,

समझाते समझाते जो थक गया हु तुझे,

की कितना प्यार करता हु मैं तुझसे।

 

Aaj akela hu par khush hu mai,

Lekin jab bhi use yaad karta hu,

To khud se hi nafrat ho jati hai mujhe,

Samjhate samjhate jo thak gaya hu tujhe,

Ki kitna pyar karta hu mai tujhse।

 

कुछ आखरी शब्द :

आज जो हमने nafrat ki aag shayari in hindi पर लेख लिखा है, वो आपने पूरा पढ़ ही लिया होगा, अगर नही पढा तो जरूर पढ़कर हमे बताओ कि आपको इस आग नफरत की शायरी का लेख कैसा लगा।

आशा करता हु की हमारा ये nafrat ki aag hindi shayari का लेख आपको जरूर अच्छा लगा होगा, अगर अच्छा लगा हो तो ऐसेही हिंदी शायरी यहाँ पढ़ते रहे।

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