दोस्तों, आज हमने haldi ki rasam shayari का एक बेहतरीन लेख आपके लिए लिखा है, जो शादी की हल्दी की रसम पर है लिखा गया है, घरमें जब शादी होती है तो शादी के एक दिन पहले हल्दी की रसम होती है जिसमे दुल्हन या दूल्हे को हल्दी लगाई जाती है और बाद में सभी हल्दी खेलते है।
हल्दी की रसम एक ऐसी रसम है जिसमे सारे परिवार के लोग और दोस्त होते है, जो ये रसम मनाते है यानी शादी के पहले एक होली जैसी मस्ती ही तो होती है जिसमे दुल्हन या दूल्हे को खुब मज़ा आता है और वो कभी इस दिन की भूल नही पाते है।
हल्दी के दिन दुल्हन या दूल्हे के सभी अंगों पर हल्दी लगाई जाती है, जिससे दुल्हन या दूल्हे के निखार और बढ़ सके और शादी के दिन वो सबसे अलग दिख सके, इसी मौके के लिए हमने आपके लिए हल्दी फंक्शन शायरी लिखी है, इस लेख को पूरा जरूर पढ़ें ये आपको पसंद जरूर आएगी।
Haldi ki rasam shayari
पीले हो गए है आज हाथ मेरे,
दुल्हन कल मै बन जाउंगी,
आज खेलने दो हल्दी खूब मुझे,
कल मैं दूसरे घर चली जाऊंगी।
Pile ho gaye hai aaj hath mere,
Dulhan kal mai ban jaungi,
Aaj khelne do haldi khub mujhe,
Kal mai dusre ghar chali jaungi..!
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आज है हल्दी की रसम,
हल्दी खेलनी है परिवार के संग,
बजाओ रे तुम जोर से बाजा,
नाचेंगे हम खेलेंगे हल्दी का पीला रंग।
Aaj hai haldi ki rasam,
Haldi khelni hai pariwar ke sang,
Bajao re tum jor se baja,
Nachenge hum khelenge haldi ka pila rang..!
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रसम ही ऐसी है ये हल्दी की,
सब इस रसम में शामिल होना चाहते है,
सब इसे खेलना चाहते है,
हल्दी से रंगना चाहते है,
दुल्हन को हल्दी लगाना चाहते है।
Rasam hi aisi hai ye haldi ki,
Sab is rasam me shamil hona chahte hai,
Sab ise khelna chahte hai,
Haldi se rangna chahte hai,
Dulhan ko haldi lagana chahte hai..!
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लगा रही हु हल्दी आज मैं,
बस तेरे ही नाम की,
लगा कर बैठी हु मेहँदी हाथ में,
बस तेरे ही नाम की।
Laga Rahi hu haldi aaj mai,
Bas tere hi naam ki,
Laga kar baithi hu mehndi hath me,
Bas tere hi naam ki..!
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आज खेलूँगी मैं हल्दी,
तेरे प्यार के रंगों की,
मुझे कल बाँहों में तुम उठाना,
और ले जाना अपने घर जल्दी।
Aaj khelungi mai haldi,
Tere pyar ke rango ki,
Mujhe kal bahon me tum uthana,
Aur le jana apne ghar jaldi..!
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हल्दी में चंदन मिलाकर,
मैंने हल्दी लगायी है,
चन्दन की इस खुशबु ने,
मुझे तुम्हारी याद दिलायी है।
Haldi me chandan milakar,
Maine haldi lagayi hai,
Chandan ki iss khushbu ne,
Mujhe tumhari yaad dilayi hai..!
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Haldi rasam ki shayari
कितना प्यारा चेहरा तेरा,
हल्दी से आज रंग गया,
ये आशिक़ पहले ही था दीवाना तेरा,
आज तुझे देख कर फिर से तेरे प्यार में दीवाना हो गया।
Kitna pyara chehra Tera,
Haldi se aaj rang gaya,
Ye aashiq deewana pehle hi tha Tera,
Aaj tujhe dekh kar phir se pyar me pad gaya..!
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तुम कहते थे मुझसे,
की रंग खेलना मुझे पसंद नहीं,
अभी तो शादी है हमारी,
अब बोलो हल्दी अपने गालों पर लगाओगे की नहीं।
Tum kehte the mujhse,
Ki rang khelna mujhe pasand nahi,
Abhi to shadi hai humari,
Ab bolo haldi apne galon par lagaoge ki nahi..!
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कितनी प्यारी होती है ये हल्दी,
गालों को पिला करती है,
दुल्हन और दुल्हे के चेहरे को,
एक दिन में ही चमकाती है।
Kitni pyari hoti hai ye haldi,
Galon ko pila karti hai,
Dulhan aur dulhe ke chehre ko,
Ek din me hi chamkaati hai..!
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हल्दी की रसम शायरी
रस्म है हल्दी की आज मेरे घर,
आना है सभी को,
मुझे हल्दी लगाने मेरे घर।
Rasam hai haldi ki aaj mere ghar,
Aana hai sabhi ko,
Mujhe haldi lagane mere ghar..!
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लगा रही हु मै हल्दी,
बस तुम्हे ही याद करके,
क्या तुम भी लगा रहे हो हल्दी,
सिर्फ मुझे याद करके।
Laga Rahi hu mai haldi,
Bas tumhe hi yaad karke,
Kya tum bhi laga rahe ho haldi,
Sirf mujhe yaad karke..!
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सभी लगा रहे है हल्दी मुझे,
मेरे चेहरे पर एक मुस्कान है,
ये खुशियों का त्यौहार है,
ये हल्दी का त्यौहार है।
Sabhi laga rahe hai haldi mujhe,
Mere chehre par ek muskan hai,
Ye khushiyon ka tyohar hai,
Ye haldi ka tyohar hai..!
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Haldi shayari in hindi
याद कर रही हु आपको मै शायद,
शर्मा रही हु मै शायद,
शादी की हल्दी खुद से लगा बैठी हु,
आपके इंतज़ार में हूँ मै शायद।
Yaad kar rahi hu aapko mai shayad,
Sharma rahi hu mai shayad,
Shadi ki Haldi khud se laga baithi hu,
Aapke intezar me hu mai shayad..!
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हल्दी को गालों पर लगाया है हमने,
कितना खूबसूरत दिख रहा हु मै,
मुझे देखा क्या तुमने।
Haldi ko galon par lagaya hai humne,
Kitna khubsurat dikh raha hu mai,
Mujhe dekha kya tumne..!
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हम पहले ही बन गए थे तुम्हारे,
आज तो सिर्फ हल्दी की रस्म निभा रहे है,
कल ऑफिशियली बन जायेंगे हम तुम्हारे,
मुझे बेसब्री से इसका इंतज़ार है।
Hum pehle hi ban gaye the tumhare,
Aaj to sirf haldi ki rasam nibha rahe hai,
Kal officially ban jayenge hum tumhare,
Mujhe besabri se iska intezar hai..!
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होली तो मैंने बहुत खेली है,
आज हल्दी खेल रही हु,
नाच रही हू गा रही हु,
क्यूंकि कल मैं दुल्हन बन रही हु।
Holi to maine bahut kheli hai,
Aaj haldi khel rahi hu,
Nach rahi hu gaa rahi hu,
Kyunki kal mai dulhan ban rahi hu..!
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Haldi function shayari in hindi
फंक्शन है हल्दी का,
मेरे दोस्त कहा गए है,
मुझे हल्दी तो लगाओ यारों,
ये पहले खाना खा रहे है।
Function hai haldi ka,
Mere dost kaha Gaye hai,
Mujhe haldi to lagao yaaron,
Ye pehle khana kha rahe hai..!
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आज हूँ तुम्हारे साथ मैं,
कल दूसरे घर चली जाऊंगी,
आज खेल रही हु हल्दी मै,
फिर कल नहीं खेल पाऊंगी।
Aaj hu tumhare sath mai,
Kal dusre Ghar chali jaungi,
Aaj khel rahi hu haldi mai,
Phir kal nahi khel paungi..!
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मेहँदी लगायी मैंने तेरे नाम की,
हल्दी आज लगाउंगी,
दुल्हन कल बनूँगी मैं,
और तुम्हे देख कर शर्मा जाऊंगी।
Mehndi lagayi maine tere naam ki,
Haldi aaj lagaungi,
Dulhan kal banungi mai,
Aur tumhe dekh kar sharma जाऊंगी..!
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हल्दी की रसम है,
आज मेरे घर और तेरे घर,
कल मुझे लेने आना तुम,
दूल्हा बनके मेरे घर।
Haldi ki rasam hai,
Aaj mere ghar aur tere ghar,
Kal mujhe lene aana tum,
Dulha banke mere ghar..!
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कुछ आखरी शब्द :
आज जो हमने haldi ki rasam shayari पर लेख लिखा है, वो आपने पूरा पढ़ ही लिया होगा, अगर नही पढा तो जरूर पढ़कर हमे बताओ कि आपको इस ठंड शायरी का लेख कैसा लगा।
आशा करता हु की हमारा ये haldi ki rasam hindi shayari का लेख आपको जरूर अच्छा लगा होगा, अगर अच्छा लगा हो तो ऐसेही हिंदी शायरी यहाँ पढ़ते रहे।