Best Tree Poem In Hindi | वृक्ष-पेड़ पर हिंदी कविता 2023

दोस्तों आज हम tree poem in hindi इस कविता में वृक्ष-पेड़ का हमारे ज़िन्दगी में कितना महत्व है और पेड़ हमें कैसे बचाना है ये तो जानेंगे ही लेकिन हमें पेड़ लगाओ की सिख भी इस कविता के माध्यम से देनी है |

लोगों को बताना है की अगर पेड़ न होते तो क्या होता जो की अभी लोग जान ही गए है की पुरे देश में ऑक्सीजन की कमी के कारण कितने लोग मर चुके है कोरोना के वजह से तो हमें पेड़ लगाना है हर गलियों में नगर में ताकि ऑक्सीजन की कमी बिलकुल न हो |

Hindi poem on life में आपको lockdown के हालात पढ़ने को मिलेंगे इसीलिए पेड़ लगाओ यारों.

 

Poem on tree in hindi

 

वृक्ष से है ये गाँव हमारा,

वृक्ष से है ये जग सारा..!

खूबसूरत है दीखता गाँव हमारा,

सबसे प्यारा सबसे न्यारा..!

गाँव में हमने वृक्ष लगाये,

वो भी दीखते सारे प्यारे..!

रोज ही देते हम वृक्ष को पानी,

आती हर दिन सबकी बारी..!

वृक्ष से है गाँव हमारा,

वृक्ष से है ये जग सारा..!

एक वृक्ष हम रोज लगाते,

गाँव को प्रदुषण रहित बनाते..!

हरा भरा दीखता गाँव हमारा,

सभी तरफ है वृक्ष की छाया..!

आते पंछी सब हमारे गाँव,

वह भी लेते है वृक्ष की छाँव..!

किलबिल किलबिल से गूंजता है यह गाँव,

तुम भी आओ कभी हमारे गाओं..!

वृक्ष से है गाओं हमारा,

वृक्ष से है ये जग सारा..!

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Vriksh se hai gaon hamara,

Vriksh se hai ye jag saara..!

Khubsurat hai dikhta gaon hamara,

Sabse pyara sabse nyara..!

Gaon me hamne vriksh lagaye,

Wo bhi dikhte saare pyare..!

Roj hai dete hum vriksh ko pani,

Aati har din sabki baari..!

Vriksh se hai gaon hamara,

Vriksh se hai ye jag saara..!

Ek vriksh ham roj lagate,

Gaon ko pradushan rahit banate..!

Hara bhara dikhta gaon hamara,

Sabhi taraf hai vriksh ki chhaya..!

Aate panchhi sab hamare gaon,

Woh bhi lete hai vriksh ki chhaon..!

Kilbil kilbil se gunjata hai yeh gaon,

Tum bhi aao kabhi hamare gaon..!

Vriksh se hai gaon hamara,

Vriksh se hai ye jag saara..!

Hindi kavita on tree

 

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

हम धरती पे बिलकुल ना होते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

धुप से हम कैसे बच पाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

बारिश से तुम कैसे बच पाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

हम ऐसे ही भूखे सो जाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

प्रदुषण से ही हम मर जाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

बंजर जमीं पर क्या हम जी पाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

मधुर फल हमको कैसे मिल पाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

अनाज हम कैसे उपजाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

हम बाढ़ से कैसे बच पाते..!

सोचो अगर ये पेड़ ना होते,

हम धरती पे कभी ना होते..!

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Socho agar ye ped na hote,

Ham dharti pe bilkul na hote..!

Socho agar ye ped na hote,

Dhup se ham kaise bach pate..!

Socho agar ye ped na hote,

Barish se tum kaise bach pate..!

Socho agar ye ped na hote,

Ham aise hi bhukhe so jate..!

Socho agar ye ped na hote,

Pradushan se hi ham mar jate..!

Socho agar ye ped na hote,

Banjar jamin par kya ham ji pate..!

Socho agar ye ped na hote,

Madhur phal hamko kaise mil pate..!

Socho agar ye ped na hote,

Anaj ham kaise upjate..!

Socho agar ye ped na hote,

Ham badhh se jaise bach pate..!

Socho agar ye ped na hote,

Ham dharti pe kabhi na hote..!

poem of tree in hindi
वृक्षों का महत्व 

वृक्षों की है बात न्यारी,

प्यार करे इसे दुनिया सारी..!

इसका काम बहुत ही प्यारा,

देता छाँव ये वृक्ष हमारा..!

दूषित वायु खुद हर लेता,

प्राण वायु हम सबको देता..!

वृक्षों की है बात न्यारी,

प्यार करे इसे दुनिया सारी..!

सबको प्यारे फल दिलाता,

भूखे की वो भूख मिटाता..!

उसके बिना जीना नहीं आसान,

तोड़े इसे न कोई तुम रखो ध्यान..!

वृक्षों की है बात न्यारी,

प्यार करे इसे दुनिया सारी..!

सबको वृक्ष अनाज है देता,

किसानो का ये दुःख हर लेते..!

नगर आँगन हरा भरा बनाता,

सबको है खुशहाली देता..!

प्यारे प्यारे फूल खिलाता,

प्यार का सुगंध है फैलाता..!

वृक्षों की है बात न्यारी,

प्यार करे इसे दुनिया सारी..!

वृक्षों का महत्व तुम जानो,

सबको है तुम इसे बताओ..!

वृक्ष है हमारा एक जीवन का साथी,

सभी जानते है इसे भली भांति..!

वृक्षों की है बात न्यारी,

प्यार करे इसे दुनिया सारी..!

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Vriksho ki hai baat nyari,

Pyar kare ise duniya sari..!

Iska kaam bahut hi pyara,

Deta chhav ye vriksh hamara..!

Dushit vayu khud har leta,

Pran vayu hum sabko deta..!

Vriksho ki hai baat nyari,

Pyar kare ise duniya sari..!

Sabko pyare phal dilata,

Bhukhe ki wo bhukh mitata..!

Uske bina jina nahi aasan,

Tode ise na koi tum rakho dhyan..!

Vriksho ki hai baat nyari,

Pyar kare ise duniya sari..!

Sabko vruksh anaj hai deta,

Kisano ka ye dukh har leta..!

Nagar angan hara bhara banata,

Sabko hai khushhali deta..!

Pyare pyare phul khilata,

Pyar ka sugandh hai failata..!

Vriksho ki hai baat nyari,

Pyar kare ise duniya sari..!

Vrukshon ka mahatva tum jano,

Sabko hai tum ise batao..!

Vriksh hai hamara ek jivan ka sathi,

Sabhi jante hai ise bhale bhati..!

Vriksho ki hai baat nyari,

Pyar kare ise duniya sari..!

Poem about tree in hindi
पेड़ हमारे मित्र 

मित्र हमारा मित्र हमारा,

पेड़ है एक मित्र हमारा..! 

पेड़ से है एक अलग ही नाता,

उसके बिना कोई जी नहीं पता..!

कड़ी धुप से ये हमें बचाता,

हमें ठंडी छाँव है देता..!

पशु पक्षी को सहारा देता,

उनका भूखा पेट है भरता..!

फूल और पत्तों की वर्षा करता,

हमारा वह है स्वागत करता..!

फूलों की सुगंध वह बिखेरता,

दुखी इंसान भी खुश हो जाता..!

खट्टे मीठे फल है खिलाता,

सब में एनर्जी भर देता..!

उसके डाली से है हमें झुलाता,

छोटे बड़े को है प्यार दिलाता..!

अपने हरियाली से मन मोह लेता,

चेहरे पे सब के हँसि है लाता..!

मुसीबत में दे साथ हमारा,

ऐसा है ये दोस्त हमारा..!

मित्र हमारा मित्र हमारा,

पेड़ है एक मित्र हमारा..! 

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Mitra hamara mitra hamara,

Ped hai ek mitra hamara..! 

Ped se hai ek alag hi nata,

Uske bina koi ji nahi pata..!

Kadi dhup se ye hame bachata,

Hame thandi chaav hai deta..!

Pashu pakshi ko sahara deta,

Unka bhukha pet hai bharta..!

Phool aur patto ki varsha karta,

Hamara woh hai swagat karta..!

Phoolon ki sugandh woh bikherata,

Dukhi insaan bhi khush ho jata..!

Khatte mithhe phal hai khilata,

Sab me energy bhar deta..!

Uske dali se hai hame zulata,

Chhote bade ko hai pyaar dilata..!

Apne hariyali se man moh leta,

Chehre pe sab ke hansi hai lata..!

Musibat me de sath hamara,

Aisa hai ye dost hamara..!

Mitra hamara mitra hamara,

Ped hai ek mitra hamara..! 

save tree poem in hindi
पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ

 

पेड़ लगाओ जिस दिन से,

पानी डालो उस दिन से..!

आँगन में तुम पेड़ लगाओ,

हरा भरा आँगन तुम पाओ..!

उसके के लिए तुम्हे करना एक काम,

पानी डालो सुबह और शाम..!

पेड़ को है घेरा तुम करना,

तुम्हे उसका बचाव है करना..!

उसको तुम बढ़ाते रहना,

पानी रोज बहाते रहना..!

पेड़ लगाओ जिस दिन से,

पानी डालो उस दिन से..!

पेड़ लगाओ बस एक नारा,

गूंजे ये हर देश में सारा..!

पेड़ को है हम सब को बचाना,

पेड़ न काँटे ये सबको है बताना..!

पेड़ को है हर दिन लगाना,

ये सबको है तुम्हे बताना..!

हर गलियों में पेड़ लगाना,

उसको पानी देते रहना..!

पेड़ का तुम रखोगे ध्यान,

यही रहे सबका पहला काम..!

यही है तुम सबको बतलाना,

पेड़ लगाना पेड़ बचाना..!

पेड़ लगाओ जिस दिन से,

पानी डालो उस दिन से..!

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Ped lagao jis din se,

Pani dalo us din se..!

Angan me tum ped lagao,

Hara bhara angan tum pao..!

Uske ke liye tumhe karna ek kaam,

Pani dalo subah aur sham..!

Ped ko hai ghera tum karna,

Tumhe uska bachav hai karna..!

Usko tum badhate rahna,

Pani roj bahate rahna..!

Ped lagao jis din se,

Pani dalo us din se..!

Ped lagao bas ek nara,

Gunje ye har desh me sara..!

Ped ko hai hum sab ko bachana,

Ped na kante ye sabko hai batana..!

Ped ko hai har din lagana,

Ye sabko hai tumhe batana..!

Har galiyon me ped lagana,

Usko pani dete rahna..!

Ped ka tum rakhhoge dhyan,

Yahi rahe sabka pehla kaam..!

Yahi hai tum sabko batlana,

Ped lagana ped bachana..!

Ped lagao jis din se,

Pani dalo us din se..!

Read :

Aakhri shabd:

Tree poem in hindi इस कविता को मैंने खुद से लिखा है अगर आपको ये poem on tree हिंदी कविता पसंद आई हो तो जरुर बताये.

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