Koshish Karne Walon Ki Poem In Hindi | कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती कविता Best 2023

दोस्तों, आज जो koshish karne walon ki poem in hindi का लेख है, वो बड़ा ही प्यार होने वाला है, याने आप जब पढ़ेंगे तब कुछ सीखेंगे भी, क्योंकि कोशिश करने वालों की हार तो बिलकुल भी नही होती है, जो कोशिश करते है वो हमेशा ही कामयाब होने की चाह रखते है, और होते भी है क्योंकि कोशिश कभी जाया नही जाती।

आज के जमाने मे कोशिश तो करनी ही पड़ती है, चाहे वो किसी भी क्षेत्र में क्यों न हो, लेकिन कितने लोग होते है, जो अपने भविष्य को सफल बनाना चाहते है, ये समझना भी जरूरी है, तो मैं आपको बता दु की, कही युवा है जो अपने भविष्य को सफल बनाना चाहते है, लेकिन बना नही पाते इसका कारण है, क्योंकि वो अपने खुद को उतना वक़्त नही दे पाते।

अगर आपको सफल बनना है, और मंज़िल को पाना है, तो अपको कोशिश तो रात दिन एक करके करनी होगी, तब जाकर आप ज़िन्दगी में कुछ बन सकते हो, लेकिन ऐसा हो नही पाता, इसका कारण अधूरा ज्ञान ही कह सकते है, लेकिन आज का कोशिश कविता हिंदी में के लेख में कविता के माध्यम से हमने आपको दिशा देने का प्रयास किया है, जो आपको पसंद जरूर आएगा।

Koshish kar poem in hindi

 

कोशिश कर तू कोशिश कर,

खुदको मंज़िलों के पार कर।

हमेशा तू खुद के दम पे कर,

हर मुश्किलों का डट कर सामना तू कर।

हर मुमकिन कोशिश तू कर,

अपनी मंज़िल को हासिल तू कर।

इसके लिए तू किसी से भी लड़,

कोशिश करने से अब मत तू डर।

निकलेंगे एक दिन तुझे भी पर,

आसमान में एक दिन बनाएगा तू अपना घर।

बोलेंगे एक दिन तुझे भी सब सर,

गर्व होगा तेरे माँ बाप को तुझपर।

चल चल चल तू आगे अब बढ़,

मंज़िल की तरफ़ निकल बढ़ चल।

कामयाबी आएँगी तेरे दर पर,

सबको दिखा अब क़ामयाब बन कर।

कोशिश कर तू कोशिश कर,

खुदको मंज़िलों के पार कर।

कोशिश कर तू कोशिश कर कविता

 

Koshish kar tu koshish kar,

Khudko manzilon ke par kar..!

Hamesha tu khud ke dum pe kar,

Har mushkilon ka dat kar samna tu kar..!

Har mumkin koshish tu kar,

Apni manzil ko hasil tu kar..!

Iske liye tu kisi se bhi ladh,

Koshish karne se ab mat tu dar..!

Nikalenge ek din tujhe bhi par,

Aasman me ek din banayega tu apna ghar..!

Bolenge ek din tujhe bhi sab sir,

Garv hoga tere maa baap ko tujhpar..!

Chal chal chal tu aage ab badh,

Manzil ki taraf nikal badh chal..!

Kamyabi aayengi tere dar par,

Sabko dikha ab kamyab ban kar..!

Koshish kar tu koshish kar,

Khudko manzilon ke par kar..!

Koshish karne walon ki haar nahi hoti kavita

 

हार नहीं होती है,

कोशिश करने वालों की..!

कामयाबी सबको मिल सकती है,

बस आपने है कोशिश करने की..!

कुछ वक़्त तो कोशिश सब करते है,

जरुरत है आखरी तक कोशिश करने की..!

याद रखो एक दिन ऐसा आएगा,

मुश्किल आपकी बढ़ा जायेगा..!

तब पीछे तुम्हे नहीं हटना है,

मुश्किलों का सामना करना है..!

मुश्किलों को हरा देना है,

आखरी तक लड़ते रहना है..!

जब तुम मुश्किलों से लड़ना सीख जाओगे,

तब कोशिश करना क्या होता है जान जाओगे..!

ज़िन्दगी में ऐसी मुश्किलें बार बार आएगी,

तुम्हारी कोशिश ही उसे हरा पाएगी..!

याद तुमने रखना है ये बात,

कोशिश करते रहना है दिन रात..!

तभी अपनी मंज़िल तक पहुँच पाओगे,

कोशिश के दम पे कामयाब हो जाओगे..!

यही एक रास्ता होता है,

अपनी कामयाबी पाने की..!

हार नहीं होती है,

कोशिश करने वालों की..!

Hindi poem on koshish

 

Haar nahi hoti hai,

Koshish karne walon ki..!

Kamyabi sabko mil sakti hai,

Bas aapne hai koshish karne ki..!

Kuch waqt to koshish sab karte hai,

Jarurat hai akhri tak koshish karne ki..!

Yaad rakho ek din aisa aayega,

Mushkil aapki badha jayega..!

Tab pichhe tumhe nahi hatna hai,

Mushkilon ka samna karna hai..!

Mushkilon ko hara dena hai,

Akhri tak ladhte rehna hai..!

Jab tum mushkilon se ladna sikh jaoge,

Tab koshish karna kya hota hai jaan jaoge..!

Zindagi me aisi mushkilen baar baar ayegi,

Tumhari koshish hi use hara payegi..!

Yaad tumne rakhna hai ye baat,

Koshish karte rehna hai din raat..!

Tabhi apni manzil tak pahunch paoge,

Koshish ke dum pe kamyab ho jaoge..!

Yahi ek rasta hota hai,

Apni kamyabi pane ki..!

Haar nahi hoti hai,

Koshish karne walon ki..!

Koshish poem in hindi

 

कभी कभी मैं सोचता हु,

मैं पीछे सबसे न रह जाऊं।

कामयाब ज़िंदगी में अपने होकर,

फिर भी कहीं भटक न जाऊं।

कोशिश तो मैं बहुत करता हु,

फिर भी सफल कभी नहीं होता हु।

क्या पता ऐसा क्यों होता है,

कोशिश करके भी मैं कामयाब नहीं हो पाता हु।

असफलता से ही मैं सीखता हूँ,

जीतने की कोशिश हमेशा करता हु।

फिर भी क्यों मुझे लगता है ऐसा,

शायद कोशिश मे कम करता हु।

कही मै लक्ष्य से भटक न जाऊं,

इसलिये मै रोज सुबह शाम पढ़ते रहता हु।

आज से ही सोचना मैं बंद करता हु,

अपनी कोशिश जारी रखता हु।

कभी कभी मैं सोचता हु,

मैं पीछे सबसे न रह जाऊं।

कामयाब ज़िंदगी में अपने होकर,

फिर भी कहीं भटक न जाऊं।

कोशिश पर हिंदी कविता

 

Kabhi kabhi main sochta hu,

Mai piche sabse na reh jaun..!

Kamyab zindagi me apne hokar,

Phir bhi kahin bhatak na jau..!

Koshish to mai bahut karta hu,

Phir bhi safal kabhi nahi hota hu..!

Kya pata aisa kyu hota hai,

Koshish karke bhi mai kamyab nahi ho pata hu..!

Asafalta se hi mai sikhta hu,

Jitne ki koshish hamesha karta hu..!

Phir bhi kyu mujhe lagta hai aisa,

Shayad koshish mai kam karta hu..!

Kahi mai laksh se bhatak na jau,

Isliye mai roj subah sham padhte rehta hu..!

Aaj se hi sochna main band karta hu,

Apni koshish jari rakhta hu..!

Kabhi kabhi main sochta hu,

Mai piche sabse na reh jaun..!

Kamyab zindagi me apne hokar,

Phir bhi kahin bhatak na jau..!

Koshish kar hal niklega poem in hindi

 

हिम्मत से कर कोशिश तू,

तेरी मंज़िल पाने की।

कोशिशें ही रंग लाती है,

चिंता छोडो हार जानेकी।

हर मुश्किलों को हरा दे तू,

हिम्मत रख बस आगे बढ़ने की।

रास्ते होंगे मुश्किलों से भरे,

कोशिश कर उन रास्तों पर तू चलने की।

उन मुश्किलों से तुझे ही लड़ना है,

अकेले ही मुश्किलों का सामना करना है।

हारने का डर दिल से निकाल देना है,

मुश्किलों को आपने हरा देना है।

कोशिश करने से ही हल निकलेगा,

मंज़िल अपनी तू पायेगा।

कोशिश कर तू खुद अपनी नौका बनाने की,

कर हिम्मत आज तू इस किनारे से उस किनारे तक जाने की।

हिम्मत से कर कोशिश तू,

तेरी मंज़िल पाने की।

कोशिश करने पर सफलता कविता

 

Himmat se kar koshish tu,

Teri manzil pane ki..!

Koshishen hi rang lati hai,

Chinta chhodo haar janeki..!

Har mushkilon ko hara de tu,

Himmat rakh bas aage badhne ki..!

Raste honge mushkilon se bhare,

Koshish kar un raston par tu chalne ki..!

Un mushkilon se tujhe hi ladna hai,

Akele hi mushkilon ka samna karna hai..!

Harne ka dar dil se nikal dena hai,

Mushkilon ko aapne hara dena hai..!

Koshish karne se hi hal nikalega,

Manzil apni tu payega..!

Koshish kar tu khud apni nauka banane ki,

Kar himmat aaj tu iss kinare se us kinare tak jane ki..!

Himmat se kar koshish tu,

Teri manzil pane ki..!

Koshish karne walon ki poem in hindi

 

ज़िन्दगी में हम सौ बार गिरे है,

गिरके उठने की कोशिश लेकिन हम करते रहे है।

हम सब कामयाबी की रेस में दौड़ते है,

थोड़ा गिरते है थोड़ा संभलते है।

कुछ लोग दौड़ते रहते है,

कुछ लोग हार मान लेते है।

सबको अपनी मंज़िल पानी होती है,

कामयाबी की और ले जानी होती है।

जो लोग कोशिश करते है,

वो आखिर मंजिल पा ही लेते है।

जो खुद को वक़्त देते है,

कामयाब ज़िंदगी में वही होते है।

निर्भर जो किसी पे नहीं रहते है,

वही लोग मंज़िल पाने की कोशिश करते है।

ज़िन्दगी में हम सौ बार गिरे है,

गिरके उठने की कोशिश लेकिन हम करते रहे है।

कोशिश करने वाले पर कविता

 

Zindagi me hum sau baar gire hai,

Girke uthne ki koshish lekin hum karte rahe hai..!

Hum sab kamyabi ki race me daudte hai,

Thoda girte hai thoda sambhalte hai..!

Kuch log daudte rehte hai,

Kuch log haar maan lete hai..!

Sabko apni manzil pani hoti hai,

Kamyabi ki aur le jani hoti hai..!

Jo log koshish karte hai,

Wo akhir manzil paa hi lete hai..!

Jo khud ko waqt dete hai,

Kamyab zindagi mein wahi hote hai..!

Nirbhar jo kisi pe nahi rehte hai,

Wahi log manzil pane ki koshish karte hai..!

Zindagi me hum sau baar gire hai,

Girke uthne ki koshish lekin hum karte rahe hai..!

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कुछ आखरी शब्द :

आज लिखी हुई koshish karne walon ki poem in hindi आपने पूरी पढ़ ली हो तो आपको जरूर हमारे इस मेरी कोशिश कविता से कुछ सीखने को मिला होगा, आपको अपने धेय की तरफ ले जाने में थोड़ा मदद जरूर करेगा, जिससे आप आपको सफलता की दिशा में जाने का मार्ग समझा सकते है।

आशा करता हु की हमारी कोशिश की कविता आपको जरूर अच्छी लगी होगी। अगर अच्छी लगी हो तो ऐसेही हिंदी कविता यहाँ पढ़ते रहे।

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