दोस्तो, आज हमने आपके लिए childrens day poem in hindi का एक बेहतरीन लेख लिखा है, जो children डे पर आधारित है, जिसमे हमने कविताएँ लिखी है जो आपको पढ़कर जरूर कुछ अच्छा सीखने मिलेगा और आपको ये कविताएँ पसंद भी जरूर आनेवाली है।
आपको पता ही है कि, 14 नवंबर को पूरे भारत देश मे बाल दिवस बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है और इसी दिन 14 नवंबर को भारत देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी का भी जन्मदिन मनाया जाता है, और नेहरू जी को बच्चों से बहुत लगाव होने के कारण उनके जन्मदिन पर बाल दिवस मनाया जाता है।
बाल दिवस मनाने का उद्देश्य बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करना है और हमारे पूरे देश को साक्षर बनाना है, इस लेख में जो बाल दिवस पर कविता लिखी गयी है उसे पढ़कर आप इस कविताओं से सिख जरूर ले पाओगे, इसीलिए इस लेख को पूरा पढिये।
Children day poem in hindi
बच्चे है हम भारत देश के,
एक ही हमारा नारा है,
हर बच्चा साक्षर बनेगा,
क्युकी देश को आगे हमें ले जाना है।
पढ़ लिख के हम बच्चों ने,
अपना जलवा दिखाना है,
गर्व हो अपने माँ को हम पर,
ऐसा काम कर दिखाना है।
जो बच्चा पढ़ नहीं सकता है,
उसे पढ़ने में मदद हमें करना है,
भूलो मत हम इस देश के वासी है,
हमें पुरे देश को साक्षर बनाना है।
आज है हम बच्चे लेकिन,
शपथ आज हमें एक लेना है,
बड़े बनकर हम कुछ भी बन जाये तो,
हमारे देश में रहकर ही काम हमें करना है।
कोई ना टिक सके भारत देश के आगे,
ऐसा काम कर दिखाना है,
हर क्षेत्र में हमें सबसे आगे रहकर,
तिरंगा सबसे ऊँचा लहराना है।
बच्चे है हम भारत देश के,
एक ही हमारा नारा है,
हर बच्चा साक्षर बनेगा,
क्युकी देश को आगे हमें ले जाना है।
बाल दिवस कविता
Bachhe hai hum bharat desh ke,
Ek hi hamara naara hai,
Har bachha saakshar banega,
Kyuki desh ko aage hame le jana hai..!
Padh likh ke hum bachho ne,
Apna jalwa dikhana hai,
Garv ho apne maa ko hum par,
Aisa kaam kar dikhana hai..!
Jo bachha padh nahi sakta hai,
Use padhne me madad hame karna hai,
Bhoolo mat hum iss desh ke wasi hai,
Hame pure desh ko sakshar banana hai..!
Aaj hai hum bachhe lekin,
Shapath aaj hame ek lena hai,
Bade bankar hum kuch bhi ban jaye to,
Hamare desh me rehkar hi kaam hame karna hai..!
Koi naa tik sake bharat desh ke aage,
Aisa kaam kar dikhana hai,
Har kshetra me hame sabse aage rehkar,
Tiranga sabse uncha lehrana hai..!
Bachhe hai hum bharat desh ke,
Ek hi hamara naara hai,
Har bachha saakshar banega,
Kyuki desh ko aage hame le jana hai..!
Children day hindi poem
बचपन की वो यादें मेरी,
आज बहुत मुझे सताती है,
क्यों बड़ा हो गया तू रे बेटा,
यही मुझे हर पल कह जाती है।
कितना खुश रहा करता था बचपन में,
यही सोच कर थोड़ा रो लेता हूँ,
कभी कभी यही सोच कर,
मैं अपने बचपन में ही खो जाता हूँ।
बचपन के वह प्यारे दोस्त मेरे,
आज भी याद उन्हें मैं करता हु,
कभी मिले वो मुझे तो,
बचपन की बातें कर लेता हु।
खुश तो बचपन में रहते थे हम,
आज तो सिर्फ खुश रहने का दिखावा है,
जिसे मिले बचपन के सभी दोस्त यारों,
वो आज भी बचपन जी लेता है।
एक तो बात समझ में आयी मेरे,
सबसे अच्छा बचपन ही होता है,
अपने जीवन का सबसे अच्छा वक़्त,
सिर्फ बचपन में ही होता है।
बचपन की वो यादें मेरी,
आज बहुत मुझे सताती है,
क्यों बड़ा हो गया तू रे बेटा,
यही मुझे हर पल कह जाती है।
बचपन की वो यादें मेरी कविता
Bachpan ki wo yaadein meri,
Aaj bahut mujhe satati hai,
Kyu bada ho gaya tu re beta,
Yahi mujhe har pal keh jati hai..!
Kitna khush raha karta tha bachpan me,
Yahi soch kar thoda ro leta hu,
Kabhi kabhi yahi soch kar,
Mai apne bachpan me hi kho jata hu..!
Bachpan ke woh pyare dost mere,
Aaj bhi yaad unhen mai karta hu,
Kabhi mile wo mujhe to,
Bachpan ki batein kar leta hu..!
Khush to bachpan me rehte the hum,
Aaj to sirf khush rehne ka dikhawa hai,
Jise mile bachpan ke sabhi dost Yaron,
Wo aaj bhi bachpan ji leta hai..!
Ek to baat samajh me aayi mere,
Sabse achha bachpan hi hota hai,
Apne jeevan ka sabse achha waqt,
Sirf bachpan me hi hota hai..!
Bachpan ki wo yaadein meri,
Aaj bahut mujhe satati hai,
Kyu bada ho gaya tu re beta,
Yahi mujhe har pal keh jati hai..!
बाल दिवस पर छोटी सी कविता
आज है बाल दिवस यारों,
इसे सबने मनाना है,
जनम दिन जवाहरलाल नेहरु जी का,
आज हमने धूम धाम से मनाना है।
कह कर गए जवाहरलाल नेहरू जी,
भारत के हर बच्चे को पढ़ाना है,
भारत देश को साक्षर बनाकर,
मिलकर सबने आगे ले जाना है।
नेहरू जी को प्यार था बच्चो से,
बच्चों से खूब लगाव वो रखते थे,
इसीलिए उनके जन्म दिन पर,
बाल दिवस हम मनाते है।
आज हम उनके जन्म दिन पर,
एक प्रण जरूर हम सब बच्चे लेते है,
भारत देश को साक्षर बनाकर,
उनका सपना हम पूरा करते है।
इस बाल दिवस पर हम सब बच्चे,
उन्हें दिल से याद हम करते है,
उनका सपना पूरा करने हम सब बच्चे,
स्कूल में पढ़ने हम चलते है।
आज है बाल दिवस यारों,
इसे सबने मनाना है,
जनम दिन जवाहरलाल नेहरु जी का,
आज हमने धूम धाम से मनाना है।
आज है बाल दिवस कविता
Aaj hai bal diwas Yaron,
Ise sabne manana hai,
Janam din jawaharlal nehru ji ka,
Aaj humne dhoom dham se manana hai..!
Keh kar gaye jawaharlal nehru ji,
Bharat ke har bachhe ko padhana hai,
Bharat desh ko sakshar banakar,
Milkar sabne aage le jana hai..!
Nehru ji ko pyar tha bachho se,
Bachho se khub lagav wo rakhte the,
Isiliye unke janam din par,
Bal diwas hum manate hai..!
Aaj hum unke janam din par,
Ek pran jarur hum sab bachhe lete hai,
Bharat desh ko sakshar banakar,
Unka sapna hum pura karte hai..!
Iss bal diwas par hum sab bachhe,
Unhe dil se yaad hum karte hai,
Unka sapna pura karne hum sab bachhe,
School me padhne hum chalte hai..!
Aaj hai bal diwas Yaron,
Ise sabne manana hai,
Janam din chacha nehru ji ka,
Aaj humne dhoom dham se manana hai..!
Bal diwas poem in hindi
आज एक बात बताना है मुझको,
क्या तुम सुन भी पाओगे,
मोबाइल से थोड़ा दूर रहना है यारों,
क्या ये तुम कर पाओगे।
भूल चुके है हम मैदान के खेल,
क्या वो तुम आज खेल पाओगे,
थोड़ी देर मोबाइल भूल के,
क्या तुम अपना स्वास्थ्य मजबूत बना पाओगे।
गली गली में शोर है लेकिन,
बच्चों का ध्यान मोबाइल में है,
क्या कहे ज़माना ऐसा है,
की तुम बच्चों की यह मजबूरी भी है।
फिर भी सुधर सको तो जानो,
खुद को कैसे आगे ले जाना है,
पढ़ना लिखना है जरुरी,
तभी ज़िन्दगी में कुछ तुमने कर पाना है।
मन में ठान लिया कुछ करने का,
तभी तो तुम कुछ कर पाओगे,
खुद को तो आगे ले जाओगे,
अपने देश का नाम रोशन कर पाओगे।
आज एक बात बताना है मुझको,
क्या तुम सुन भी पाओगे,
मोबाइल से थोड़ा दूर रहना है यारों,
क्या ये तुम कर पाओगे।
कविता बाल दिवस पर
Aaj ek baat batana hai mujhko,
Kya tum sun bhi paoge,
Mobile se thoda dur rehna hai Yaron,
Kya ye tum kar paoge..!
Bhool chuke hai hum maidan ke khel,
Kya wo tum aaj khel paoge,
Thodi der mobile bhool ke,
Kya tum apna swasth majboot bana paoge..!
Gali gali me shor hai lekin,
Bachho ka dhyan mobile me hai,
Kya kahe zamana aisa hai,
Ki tum bachho ki yeh Majboori bhi hai..!
Phir bhi sudhar sako to jano,
Khud ko kaise aage le jana hai,
Padhna likhna hai jaruri,
Tabhi zindagi me kuch tumne kar pana hai..!
Man me thhan liya kuch karne ka,
Tabhi to tum kuch kar paoge,
Khud ko to aage le jaoge,
Apne desh ka naam roshan kar paoge..!
Aaj ek baat batana hai mujhko,
Kya tum sun bhi paoge,
Mobile se thoda dur rehna hai Yaron,
Kya ye tum kar paoge..!
Beautiful poem on childrens day in hindi
कितना प्यारा था वो बचपन,
कभी न उसे हम भूल पाएंगे,
बचपन की यादों का आज हम,
एक सुन्दर आशियाना बनायेंगे।
स्कूल की यादें वो प्यारी,
याद है मुझे वो क्लास हमारी,
उसे हम रोज देखने जायेंगे,
उस बचपन के क्लास को भुला नहीं पाएंगे।
बचपन की वो दोस्ती यारी,
आज भी याद आती है वो सारी,
उन सबको मिलते जायेंगे,
बचपन की दोस्ती आज भी हम निभाएंगे।
कोई कहा तो कोई यहाँ वहाँ होगा,
लेकिन बचपन उसे याद आता होगा,
अगर तुम बचपन को याद कर जाओगे,
तभी बचपन के दोस्तों से मिल पाओगे।
याद रखो आज मिलना है सबने,
बाल दिवस आज मनाना है सबने,
क्या तुम ये कर पाओगे,
तभी गेट टुगेदर का मजा तुम ले पाओगे।
कितना प्यारा था वो बचपन,
कभी न उसे हम भूल पाएंगे,
बचपन की यादों का आज हम,
एक सुन्दर आशियाना बनायेंगे।
Poem on bal diwas
Kitna pyara tha wo bachpan,
Kabhi na use hum bhool payenge,
Bachpan ki yadon ka aaj hum,
Ek sundar ashiyana banayenge..!
School ki yaadein wo pyari,
Yaad hai mujhe wo class hamari,
Use hum roj dekhne jayenge,
Us bachpan ke class ko bhula nahi payenge..!
Bachpan ki wo dosti yari,
Aaj bhi yaad aati hai wo sari,
Un sabko milte jayenge,
Bachpan ki dosti aaj bhi hum nibhayenge..!
Koi kaha to koi yaha waha hoga,
Lekin bachpan use yaad aata hoga,
Agar tum bachpan ko yaad kar jaoge,
Tabhi bachpan ke doston se mil paoge..!
Yaad rakho aaj milna hai sabne,
Bal diwas aaj manana hai sabne,
Kya tum ye kar paoge,
Tabhi get together ka maja tum le paoge..!
Kitna pyara tha wo bachpan,
Kabhi na use hum bhool payenge,
Bachpan ki yadon ka aaj hum,
Ek sundar ashiyana banayenge..!
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कुछ आखरी शब्द :
आज लिखी हुई childrens day poem in hindi आपने पूरी पढ़ ली हो तो आपको जरूर हमारे इस बाल दिवस पर बेहतरीन कविता से कुछ सीखने को मिला होगा, आपको किसी की तारीफ करनी हो तो फूलों की करे, क्योंकि फूल हमेशा ही सुंदर थे और रहेंगे।
आशा करता हु की हमारी kavita on children day in hindi आपको जरूर अच्छी लगी होगी। अगर अच्छी लगी हो तो ऐसेही हिंदी कविता यहाँ पढ़ते रहे।