Poem On Flower In Hindi | फूलों पर बेहतरीन हिंदी कविताएँ Best 2023

दोस्तो, आज की कविता हमने poem on flower in hindi पर लिखी है, जो फूलों की सुंदरता का वर्णन करती है, फूलों के बिना क्या जीना क्योंकि फूल ही होते है, जो किसीका भी मन मोह लेते है, अपनी तरफ हमे आकर्षित करते है, हमे प्यार करना सिखाते है, तो समझे ना आप फूलों का कितना महत्व है हमारे जीवन मे खुशहाली लाने के लिए।

अगर सबको मैं एक बात बताऊ तो हमे सबने मिलके रोज एक फूल का पेड़ घर के आँगन में जरूर लगाना चाहिए, जिससे घर भी सुंदर दिखता है, और घर हँसता खेलता रहता है, फूलों की खुशबू जो आती रहती है, और घर मे सब प्रसन्न रहते है, जिससे घर मे हमेशा खुशहाली रहती है, सवेरे सवेरे उन रंग बिरंगी फूलों को देख मन को शांति मिलती है।

हमारे इस flower poem in hindi के लेख में सुंदर सुंदर फूलों का जो वर्णन हमने किया है, वो अतुलनीय है जैसे गुलाब, चमेली, जाई, जुई के सुंदर सुंदर फूल हमारा मन मोह लेते है, तो इस लेख को आप पूरा पढ़िए।

Short poem on flower in hindi

 

फूलों की क्या मै बात बताऊँ,

रंग बिरंगी होते है वो।

खिलते है जब भी फूल वो,

मुस्कान चेहरे पे लाते है वो।

फिरती रहती है तितलियाँ,

जब भी सुन्दर फूल खिलते है वो।

जब भी बैठती है फूलों पर तितलियां,

बातें उनसे ही करती है वो।

फूलों के रंग में रंग जाती है,

यही तितलियाँ सुन्दर है वो।

देखते ही पकड़ने को दिल चाहता है,

वही सुन्दर तितलियाँ है वो।

मन करता है फूलों का घर मैं बनाऊ,

लेकिन नामुमकिन है वो।

देख के ही मन भर लेता हु,

वही खुबसूरत फूल है वो।

फूलों की क्या मै बात बताऊँ,

रंग बिरंगी होते है वो।

फूलों की क्या मैं बात बताऊ कविता

 

Phoolon ki kya mai baat batau,

Rang birangi hote hai wo..!

Khilte hai jab bhi phool wo,

Muskan chehre pe late hai wo..!

Firati rehti hai titliyan,

Jab bhi sundar phool khilte hai wo..!

Jab bhi baithti hai phoolon par titliyan,

Baatein unse hi karti hai wo..!

Phoolon ke rang me rang jati hai,

Yahi titliyan sundar hai wo..!

Dekhte hi pakadne ko dil chahta hai,

Wahi sundar titliyan hai wo..!

Man karta hai phoolon ka ghar mai banau,

Lekin namumkin hai wo..!

Dekh ke hi mann bhar leta hu,

Wahi khubsurat phool hai wo..!

Phoolon ki kya mai baat batau,

Rang birangi hote hai wo..!

Flower poem in hindi

 

लगता है मुझे मैं फूलों का बागीचा बनाऊ,

घर में ही फूलों को ले आऊ।

लेकिन आसान नहीं होता है,

फूलों के पेड़ घर लगाना पड़ता है।

अगर लगा लू फूलों के पेड़ मैं,

पानी उसे रोज देना पड़ता है।

नहीं दिया पानी एक दिन भी पेड़ को,

फूल उन पेड़ों पर नहीं लगता है।

नहीं मुश्किल फूलों का पेड़ लगाना,

लेकिन उनको पानी रोज तुम देना।

यही तो हम सब भूल जाते है,

फूल तो चाहिए लेकिन पानी हम नहीं देते है।

देखना है खिलते फूलों को तुमको तो,

देखभाल उनकी तुम करना।

फूल चाहिए रंग बिरंगी तुमको तो,

पानी उनपे रोज बहाना।

बन जायेगा तब फूलों का बागीचा,

मन मोह लेगा सबका तुम्हारा फूलों का बागीचा।

लगता है मुझे मैं फूलों का बागीचा बनाऊ,

घर में ही फूलों को ले आऊ।

फूलों का बागीचा कविता

 

Lagta hai mujhe mai phoolon ka bagicha banau,

Ghar me hi phoolon ko le aau..!

Lekin aasan nahi hota hai,

Phoolon ke ped ghar lagana padta hai..!

Agar laga lu phoolon ke ped mai,

Pani use roj dena padta hai..!

Nahi diya pani ek din bhi ped ko,

Phool un pedon par nahi lagta hai..!

Nahi mushkil phoolon ka ped lagana,

Lekin unko pani roj tum dena..!

Yahi to hum sab bhool jate hai,

Phool to chahiye lekin pani hum nahi dete hai..!

Dekhna hai khilte phoolon ko tumko to,

Dekhbhal unki tum karna..!

Phool chahiye rang birangi tumko to,

Pani unpe roj bahana..!

Ban jayega tab phoolon ka bagicha,

Man moh lega sabka tumhara phoolon ka bagicha..!

Lagta hai mujhe mai phoolon ka bagicha banau,

Ghar me hi phoolon ko le aau..!

Beautiful flower poem in hindi

 

फूल होते है सबके प्यारे,

दीखते है वो सबसे प्यारे।

तुलना करे किसकी भी उनसे,

हो ना सके तुलना उससे किसी की।

जब भी फूलों की,

महक हमको आ जाये।

दिल को सुकून दे जाये,

मन को ये फूलों की महक खुश कर जाये।

लगता है कभी कभी प्यार में फूलों के हम पड़ जाये,

लेकिन बीवी को कौन समझाए।

फूलों की दुनिया में हम खो जाये,

उनको सबसे करीब बुलाये।

ज़िन्दगी सबकी खुश हो जाये,

जब भी फूलों को हम पास बुलाये।

फूलों की है बात निराली,

सबको देते है वो खुशहाली।

अगर हो तुम किस्मत के मारे,

तो फूलों के पेड़ लगा लो तुम सारे।

फूल होते है सबके प्यारे,

दीखते है वो सबसे प्यारे।

फूल होते है सबको प्यारे कविता

 

Phool hote hai sabke pyare,

Dikhte hai wo sabse pyare..!

Tulna kare kiski bhi unse,

Ho naa sake tulna usse kisi ki..!

Jab bhi phoolon ki,

Mehak humko aa jaye..!

Dil ko sukun de jaye,

Man ko ye phoolon ki mehak khush kar jaye..!

Lagta hai kabhi kabhi pyar me phoolon ke hum pad jaye,

Lekin biwi ko kon samjhaye..!

Phoolon ki duniya me hum kho jaye,

Unko sabse karib bulaye..!

Zindagi sabki khush ho jaye,

Jab bhi phoolon ko hum paas bulaye..!

Phoolon ki hai baat nirali,

Sabko dete hai wo khushhali..!

Agar ho tum kismat ke mare,

To phoolon ke ped laga lo tum sare..!

Phool hote hai sabke pyare,

Dikhte hai wo sabse pyare..!

फूल पर कविता इन हिंदी

 

फूल लगेंगे पेड़ के हर डाली डाली,

घर में रहे सबकी खुशहाली।

त्यौहार को घर में हो मनाने वाली,

घर में फूलों का सुगंध बिखेरने वाली।

फूलों की तरह दिखने वाली,

फूलों से प्यार करने वाली।

घर में हो फूलों की वरमाला बनाने वाली,

वरमाला देवता को चढाने वाली।

फूलों का महत्त्व समझने वाली,

फूलों के रंग बिखेरने वाली।

फूलों के पेड़ लगाने वाली,

उनको रोज पानी देने वाली।

तभी रहेगी घर में खुशहाली,

तब कहूँगा मैं लाजवाब है मेरी घर वाली।

कितनी है ये बात निराली,

सबको सुनाओ ये मेरी फूलों की कहानी।

फूल लगेंगे पेड़ के हर डाली डाली,

घर में रहे सबकी खुशहाली।

फूलों की डाली कविता

 

Phool lagenge ped ke har dali dali,

Ghar me rahe sabke khushhali..!

Tyohar ko ghar me ho manane wali,

Ghar me phoolon ka sugandh bikherne wali..!

Phoolon ki tarah dikhne wali,

Phoolon se pyar karne wali..!

Ghar me ho phoolon ki varmala banane wali,

Varmala devta ko chadhane wali..!

Phoolon ka mahatv samjhne wali,

Phoolon ke rang bikherne wali..!

Phoolon ke ped lagane wali,

Unko roj pani dene wali..!

Tabhi rahegi ghar me khushhali,

Tab kahunga main lajawab hai meri ghar wali..!

Kitni hai ye baat nirali,

Sabko sunao ye meri phoolon ki kahani..!

Phool lagenge ped ke har dali dali,

Ghar me rahe sabke khushhali..!

Flower related poem in hindi

 

हर त्यौहार में काम है आता,

पुष्प गुच्छ घर घर रोज जाता।

कभी ख़ुशी हो या दुःख की घड़ी,

सबमे फूल काम है आता।

फूलों से कभी कोई रूठ के न जाता,

फूलों के पास हर कोई है आता।

बगीचे से सफर करके ये,

शमशान भूमि तक भी ये जाता।

कोई भी पेड़ों से तोड़ ले इसको,

फूल कभी किसी को कुछ कह नहीं पाता।

जितना प्यार है वो फैलाता,

उतना कोई इंसान नहीं फैलाता।

फूलों को देख कोई भी दुखी इंसान,

जल्दी से ही खुश हो जाता।

फूल ही तो खुद के मन में गाना है गाता,

हर इंसान ये सुन नहीं पाता।

दुनिया में सुगंध फैलाता,

मन का मैल साफ़ कर जाता।

हर त्यौहार में काम है आता,

पुष्प गुच्छ घर घर रोज जाता।

पुष्प पर कविता हिंदी में

 

Har tyohar me kaam hai aata,

Pushp gucha ghar ghar roj jata..!

Kabhi khushi ho ya dukh ki ghadi,

Sabme phool kaam hai aata..!

Phoolon se kabhi koi ruth ke na jata,

Phoolon ke paas har koi hai aata..!

Bagiche se safar karke ye,

Shamshan bhumi tak bhi ye jata..!

Koi bhi pedon se tod le isko,

Phool kabhi kisi ko kuch keh nahi pata..!

Jitna pyar hai wo failata,

Utna koi insaan nahi failata..!

Phoolon ko dekh koi bhi dukhi insaan,

Jaldi se hi khush ho jata..!

Phool hi to khud ke mann me gana hai gaata,

Har insaan ye sun nahi pata..!

Duniya me sugandh failata,

Mann ka mail saaf kar jata..!

Har tyohar me kaam hai aata,

Pushp gucha ghar ghar roj jata..!

इसे भी पढ़े : 

कुछ आखरी शब्द :

आज लिखी हुई  poem on flower in hindi आपने पूरी पढ़ ली हो तो आपको जरूर हमारे इस फूलों पर बेहतरीन कविता से कुछ सीखने को मिला होगा, आपको किसी की तारीफ करनी हो तो फूलों की करे, क्योंकि फूल हमेशा ही सुंदर थे और रहेंगे।

आशा करता हु की हमारी kavita on flower in hindi आपको जरूर अच्छी लगी होगी। अगर अच्छी लगी हो तो ऐसेही हिंदी कविता यहाँ पढ़ते रहे।

Leave a Comment